भालू और दो मित्र (hindi short stories for class 4)

hindi short stories for class 4 : दो दोस्त एक घने जंगल से होकर जा रहे थे दोनों काफी गहरे दोस्त थे और अपनी दोस्ती को लेकर दोनों ही बातें करते हुए जा रहे थे जंगल बहुत ही घना था दोनों में से एक दोस्त डर जाता है लेकिन उसके साथी मित्र ने कहा कि मेरे होते हुए तुम्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है मैं तुम्हारा सच्चा और अच्छा मित्र हूं इतने में ही सामने से बहुत ही बड़ा भालू उन्हें नजर आता है.

 जो दोस्त कह रहा था कि मैं अच्छा मित्र हूं वह भालू  को देखते ही भाग खड़ा होता है और झाड़ पर चढ़ जाता है दूसरा मित्र जो कर रहा था कि मुझे छोड़कर मत भागो लेकिन वह भागते हुए एक पेड़ पर जल्दी से चढ़ गया यह देखकर उसका मित्र भी डर जाता है। 

भालू और दो मित्र (Bear And Two Friends Story in hindi) moral story 2024

जब एक मित्र पेड़ के नीचे ही सो गया 

 क्योंकि वह पेड़ पर चढ़ने नहीं जानता था इतनी देर में भालू वहां आ जाता है और जब वह बेहद करीब आने लगा तो दूसरे मित्र के पास और को ही चारा नहीं था और वह नीचे जमीन पर आंखें बंद करके लेट गया पेड़ पर चढ़े मित्र ने यह सारा नजारा देखा । 

और वह सोचने लगा कि ऐसे तो यह मर ही जाएगा अच्छा हुआ में पेड़ पर चढ़ गया वरना मैं भी मर जाता इतने में ही वह भालू नीचे लेटे मित्र के करीब जाकर उसे देखने लगा और सूंघ कर उसके शरीर की पूरी तरह जांच करने के बाद वह आगे बढ़ गया उसने वह लेते हुए मित्र को नहीं खाया। 

आखिर क्यों भालू ने नीचे सोये हुए मित्र को नहीं खाया 

 जमीन पर लेते मित्र ने राहत की सांस ली वह सोचने लगा कि अच्छा हुआ जो मैंने सांस रोक ली थी क्योंकि उसे पता था कि भालू मुर्दा को नहीं खाते और वह भालू मुझे मरा हुआ जानकर आगे बढ़ गया। 

 दूसरा दोस्त जो झाड़ पर चढ़ गया था पेड़ से नीचे आया और अपने दूसरे मित्र को पूछा अरे मैं तो तुम्हें पेड़ पर ऊपर चढ़ाना  चाहता था पर तुम आए ही नहीं मगर एक बात बताओ भालू ने तुम्हारे पास आकर क्या कहा और ऐसे ही क्यों चला गया। 

 दूसरा मित्र बोलता है भालू ने कान में यह कहा कि बेईमान मित्र कभी मत रखना इससे तुम्हारा नुकसान ही होगा । 

कहानी से सीख – 

इसलिए यह बात का हमें बहुत ही अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और ऐसे दोस्त के साथ नहीं रहना चाहिए जो बुरा समय देखकर हमें अकेला छोड़कर भाग जाए बुरे वक्त में हमारे काम ही ना आए

और ज्यादा कहानियाँ पढ़ें – शेर और खरगोश , शेर और लोमड़ी , नागराज और चींटी

Leave a Comment